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वैक्सीन से जुड़े हर सवाल का जवाब जानें सीनियर डॉक्टर से

11:40 AM May 06, 2021 IST | Health OPD
वैक्सीन से जुड़े हर सवाल का जवाब जानें सीनियर डॉक्टर से

Coronavirus Vaccine; frequently questioned answers on Covid19 Vaccine: कोविड हो गया है तो वैक्सीन लगवाएं या नहीं, कौन-सी कंपनी की लगवाएं, कितने गैप पर लगवाएं, वैक्सीन से जुड़े न जाने ऐसे कितने सवाल (Coronavirus Vaccine; frequently questioned answers on Covid19 Vaccine) हैं, जो लोगों के मन में हैं। इन तमाम सवालों का जवाब (Coronavirus Vaccine; frequently questioned answers on Covid19 Vaccine) दे रहे हैं (Senior Pediatrition Dr. Avyakt Agarwal) सीनियर पीडियाट्रिशन डॉ. अव्यक्त अग्रवालः

1. जिनको पहले कोरोना हुआ है, उन्हें वैक्सीन लगवानी चाहिए या नहीं?
बिलकुल लगवाना चाहिए। इसकी वजह यह है कि आप कोरोना के नए स्ट्रेन से भी संक्रमित हो सकते हैं। साथ ही, यह भी मुमकिन है कि आपकी एंटी-बॉडीज़ का रेस्पॉन्स कम होता जाए।

2. क्या वैक्सीन की एक बार में लगवाई गई दो ही डोज़ काफी हैं या फिर हर साल लगवानी होगी? 
फिलहाल तो कोरोना के खिलाफ दो ही डोज़ लगाई जा रही हैं। हालांकि तीसरी बूस्टर डोज़ का भी ट्रायल चल रहा कुछ बीमारियों जैसे कि चिकन पॉक्स में एक बार ही वैक्सीन काफी होती है, जबकि किसी-किसी बीमारी जैसे कि फ्लू के लिए हर साल टीका लगवाना पड़ता है। कोरोना की वैक्सीन के रेस्पॉन्स के बारे में अभी कुछ कहना जल्दबाजी होगा।

3. अगर किसी को कोविड हुआ है तो कितने दिन बाद वैक्सीन लगवाएं?
कोविड होने के बाद एक महीने से लेकर तीन महीने के अंदर वैक्सीन लगवा लेनी चाहिए। माना जाता है कि 2-3 महीने तक एंटी-बॉडीज़ शरीर में रहती हैं तो कुछ हद तक बचाव हो जाता है। अगर किसी को पहली डोज़ के बाद कोविड हो गया तो उसे भी तय वक्त पर दूसरी डोज़ लगवा लेनी चाहिए। हालांकि जरूरी होने पर तीन महीने तक का गैप भी काम करेगा। यह भी देखा गया है कि गैप ज्यादा होता है तो असर ज्यादा होता है लेकिन अभी जिस तरह लहर है, उसमें जल्द ही लगवा लें तो बेहतर है। वैसे, वैक्सीन लगवाने के 15 दिन लगते हैं रेस्पॉन्स में। अगर दूसरी डोज 6 से 8 हफ्ते में लगती तो दूसरी डोज के 15 दिन के बाद ही कोई पूरी तरह सुरक्षित होता। यहां यह भी ध्यान देने की बात है कि वैक्सीन भी 100 फीसदी सुरक्षा नहीं देती।

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4. जिसको वैक्सीन की दो डोज़ लगी हैं, क्या वे पूरी तरह फ्री होकर घूम सकते हैं?
नहीं। इसकी वजह यह है कि कुछ स्ट्रेन के खिलाफ वैक्सीन काम नहीं करती। ऐसे में वैक्सीन के बाद भी इन्फेक्शन हो सकता है। हां, बस गंभीर बीमारी होने के चांस कम हो जाते हैं लेकिन आप इन्फेक्शन के कैरियर का काम कर सकते हैं इसलिए वैक्सीन लेने के बाद भी मास्क लगाकर रखें, हाथ बार-बार धोएं और सोशल डिस्टेंसिंग बनाए रखें।

5. कौन-सी वैक्सीन सबसे असरदार है? 
मोटे तौर पर सारी वैक्सीन ही असरदार हैं। कोविशील्ड लगभग 70-75 फीसदी, कोवैक्सीन 70-80 फीसदी और स्पूतनिक 80-90 फीसदी तक प्रोटेक्शन देने वाली मानी जा रही है। वैसे फाइजर की वैक्सीन 93 फीसदी तक और मॉडर्ना की भी 90 फीसदी तक असरदार मानी जा रही है लेकिन ये दोनों वैक्सीन फिलहाल भारत में उपलब्ध नहीं हैं। फिर फाइडर की वैक्सीन  रखने के लिए -70 डिग्री तापमान चाहिए। 2-8 डिग्री में भी इसे 5 दिन तक रखा जा सकता है। भारत में इस वैक्सीन का रख-रखाव मुश्किल होगा। फिलहाल की स्थिति में जो वैक्सीन मिल रही है, उसे लगवाना ही बेहतर है क्योंकि हर वैक्सीन कुछ-न-कुछ प्रोटेक्शन तो दे ही रही है।

6. किस वैक्सीन के क्या हैं साइड-इफेक्ट्स?
अभी हमारे देश में कोविशील्ड और कोवैक्सीन, दो ही वैक्सीन लगाई जा रही हैं। हालांकि अब स्पूतनिक को भी परमिशन मिल गई है। अगर तीनों वैक्सीन की बात करें तो स्पूतनिक इनमें सबसे बेहतर है। इसका एक और फायदा यह है कि इसकी दूसरी डोज़ 21 दिन के बाद लगती है यानी यह जल्दी सुरक्षा प्रदान करती है। कोविशील्ड भी सेफ है लेकिन जिनको पहले से कोई गंभीर बीमारी है, उनमें इसके कुछ साइड इफेक्ट भी दिख रहे हैं। कैंसर आदि के मरीजों को कोवैक्सीन लगवाना बेहतर माना जा रहा है। जहां तक कॉमन साइड-इफेक्टस की बात है तो हल्का बुखार, कभी-कभी ठंड के साथ बुखार, शरीर में दर्द, इंजेक्शन वाली जगह पर दर्द किसी को भी हो सकते हैं। कुछ में एंग्जाइटी, घबराहट, चक्कर आदि भी नजर आ सकते हैं। लेकिन तीन दिन से ज्यादा बुखार रहे तो डॉक्टर को दिखाएं।

7. वैक्सीन के बाद के दर्द को कम करने के लिए क्या करें?
पैरासिटामोल लें। ब्रूफेन, एस्पिरिन आदि न लें। बर्फ आदि की सिकाई न करें। जितना भी छुएंगे, उतना ही दर्द बढ़ सकता है।

8. किसी ने अगर एक कंपनी की वैक्सीन लगवाई हो तो क्या वे दूसरी कंपनी की भी वैक्सीन लगवा सकते हैं?
ऐसा बिलकुल नहीं करना चाहिए क्योंकि फिलहाल लगाई जा रहीं दोनों वैक्सीन अलग-अलग तरह से तैयार की गई हैं। ऐसे में किसी एक कंपनी की वैक्सीन के ही दोनों डोज़ लेने चाहिए।

9. गंभीर बीमारियों से पीड़ित लोग वैक्सीन ले सकते हैं क्या?
बिलकुल ले सकते हैं बल्कि लेनी ही चाहिए। स्किन एलर्जी, किडनी, हार्ट, शुगर, किडनी आदि के मरीजों को वैक्सीन लेनी चाहिए। वैक्सीन से पहले एक बार अपने डॉक्टर से सलाह कर सकते हैं लेकिन वैक्सीन से कोई नुकसान नहीं है। सिर्फ एनाफिलाटिक एलर्जी के मरीजों को वैक्सीन लेने से पहले बहुत ज्यादा सावधानी की जरूरत पड़ती है। इन मरीजों को किसी खाने की चीज, कीड़े या फिर दवा आदि से जानलेवा रिएक्शन हो सकता है। इन्हें वैक्सीन लेने से पहले डॉक्टर से सलाह करनी चाहिए और जो वैक्सीन लगा रहे हैं, उन्हें भी अपनी बीमारी की जानकारी देनी चाहिए।

10. गर्भवती महिलाएं या दूध पिलाने वाली मांएं वैक्सीन लगवा सकती हैं?
अभी दोनों के लिए ही वैक्सीन लगवाने की परमिशन नहीं है। हालांकि अभी तक दूध पिलाने वाली मांओं को कोई दिक्कत होते नहीं देखी। फिर भी जब तक गाइडलाइंस नहीं आ जातीं, तब तक वैक्सीन लेना सही नहीं है। अगर वैक्सीन लगवाने के कुछ दिन बाद प्रेग्नेंसी हो जाए तो डरने की कोई बात नहीं है। बच्चे या मां को किसी नुकसान के चांस नहीं हैं। लेकिन तब दूसरी डोज़ संभवतः नहीं दी जाएगी।

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