Periods Weakness Remedies: पीरियड्स में कमजोरी क्यों आती है, कैसे निपटें?
Periods Weakness Remedies: मासिक धर्म (पीरियड्स) एक स्वाभाविक प्रक्रिया है, लेकिन इस दौरान शरीर में कई तरह के बदलाव होते हैं, जिनमें से एक कमजोरी भी शामिल है। कमजोरी का अनुभव हर महिला के लिए अलग हो सकता है। कुछ महिलाओं को हल्की थकान महसूस होती है, जबकि कुछ को अत्यधिक कमजोरी, चक्कर आना और सुस्ती महसूस हो सकती है।
(Periods Weakness Remedies) पीरियड्स में कमजोरी के कारण-
1. ब्लीडिंग के कारण आयरन की कमी:
मासिक धर्म के दौरान शरीर से खून निकलता है, जिससे आयरन की कमी हो सकती है। आयरन की कमी से शरीर में हीमोग्लोबिन का स्तर कम हो जाता है, जिससे ऑक्सिजन सही तरीके से कोशिकाओं तक नहीं पहुंचती और कमजोरी महसूस होती है।
2. हॉर्मोनल बदलाव:
पीरियड्स के दौरान एस्ट्रोजेन और प्रोजेस्टेरोन जैसे हॉर्मोन्स का स्तर बदलता रहता है। इन हॉर्मोनल बदलावों के कारण मूड स्विंग्स, थकान, सुस्ती और चिड़चिड़ापन हो सकता है।
3. शरीर में पानी की कमी (डिहाइड्रेशन):
पीरियड्स के दौरान शरीर में फ्लूइड रिटेंशन और डिहाइड्रेशन की समस्या हो सकती है, जिससे कमजोरी और चक्कर आने जैसी समस्याएं बढ़ सकती हैं।
4. खान-पान की कमी:
कुछ महिलाएं पीरियड्स के दौरान ठीक से भोजन नहीं करतीं, जिससे शरीर को आवश्यक पोषण नहीं मिल पाता और कमजोरी महसूस होने लगती है।
5. अनिद्रा और तनाव:
मासिक धर्म से पहले और दौरान नींद की कमी और मानसिक तनाव भी कमजोरी का एक कारण बन सकते हैं।
कमजोरी से कैसे निपटेंः
1. आयरन युक्त भोजन करें:
पीरियड्स में शरीर से आयरन की कमी को पूरा करने के लिए हरी पत्तेदार सब्जियां, अनार, चुकंदर, गुड़, ड्राई फ्रूट्स और आयरन से भरपूर अनाज का सेवन करें। अगर कमजोरी अधिक हो तो डॉक्टर की सलाह से आयरन सप्लिमेंट भी लिया जा सकता है।
2. प्रोटीन और हेल्दी फैट का सेवन करें:
शरीर को ऊर्जा प्रदान करने के लिए प्रोटीन और हेल्दी फैट का सेवन जरूरी है। इसके लिए दूध, दही, नट्स, अंडे, मछली और दालों को अपने आहार में शामिल करें।
3. पर्याप्त पानी पिएं:
शरीर में पानी की कमी न हो, इसके लिए दिनभर पर्याप्त मात्रा में पानी पिएं। नारियल पानी, हर्बल टी और फलों के जूस का सेवन भी फायदेमंद रहेगा।
4. कैफीन और जंक फूड से बचें:
चाय, कॉफी और सॉफ्ट ड्रिंक्स से दूरी बनाएं, क्योंकि ये शरीर को डिहाइड्रेट कर सकते हैं। तली-भुनी और ज्यादा मीठी चीजों से भी बचना चाहिए, क्योंकि ये हॉर्मोनल असंतुलन बढ़ा सकते हैं।
5. योग और हल्की एक्सरसाइज करें:
हल्की-फुल्की एक्सरसाइज या योग करने से शरीर में ब्लड सर्कुलेशन बेहतर होता है, जिससे थकान और दर्द कम महसूस होता है। ब्रिदिंग एक्सरसाइज और मेडिटेशन करने से भी फायदा होता है।
6. पर्याप्त नींद लें:
पीरियड्स के दौरान शरीर को अधिक आराम की जरूरत होती है, इसलिए 7-8 घंटे की अच्छी नींद लें। इससे शरीर की ऊर्जा बनी रहेगी और कमजोरी महसूस नहीं होगी।
7. तनाव न लें:
मानसिक तनाव को कम करने के लिए ध्यान, संगीत सुनना, अच्छी किताबें पढ़ना या मनपसंद गतिविधियों में खुद को व्यस्त रखना फायदेमंद हो सकता है।
कब डॉक्टर से सलाह लेंः
अगर पीरियड्स के दौरान कमजोरी बहुत अधिक हो, चक्कर आएं, हीमोग्लोबिन बहुत कम हो जाए, या अत्यधिक ब्लीडिंग हो, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।
पीरियड्स के दौरान कमजोरी आना आम बात है, लेकिन सही खान-पान, पर्याप्त पानी, नियमित व्यायाम और आराम से इसे कम किया जा सकता है। शरीर की जरूरतों को समझें और अपने स्वास्थ्य का ध्यान रखें, ताकि इस प्राकृतिक प्रक्रिया को सहज और स्वस्थ तरीके से अनुभव कर सकें।
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