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Health Alert: बच्चों को लगवाएं ये टीके, लंबे समय तक बीमारियों से रहेंगे दूर

vaccine for children
09:35 AM Aug 05, 2021 IST | Health OPD
health alert  बच्चों को लगवाएं ये टीके  लंबे समय तक बीमारियों से रहेंगे दूर
vaccines for child health

Vaccines For Child Health: कोरोना संक्रमण (Corona infection) काल में हम सभी अपनी और अपनों की सेहत के प्रति और ज्यादा जागरूक हो गए हैं। कोरोना (corona) की संभावित तीसरी लहर में बच्चों पर सबसे अधिक असर की आशंका जताई जा रही है। फिलहाल बच्चों के लिए कोरोना वैक्सीन ट्रायल स्थिति में हैं। ऐसे में बच्चों को मौसमी समेत अन्य बीमारियों से बचाने के लिए टीकाकरण (vaccine for children health) बहुत जरूरी है। हालांकि बच्चों को लगने वाले टीकों और उनकी जरूरतों को लेकर भ्रम की स्थिति बनी रहती है। डॉक्टरों का कहना है कि बच्चों को अलग-अलग उम्र में टीकाकरण का शेड्यूल पहले से ही बना है, जिसका पालन गंभीरता से किया जाना चाहिए। सीनियर डॉक्टर शिशिर भटनागर ने बताया कि बच्चों को कौन-सा टीका लगवाना जरूरी है।

ये टीके लगवाना बेहद जरूरी (important vaccine for kids)
बच्चों को बीमारी से बचाने के लिए टीका लगाया जाता है। इनमें ओरल पोलियो, बीसीजी और हेपेटाइटिस सी की वैक्सीन लगवाना बेहद जरूरी है। ये तीनों टीके बच्चे के जन्म से सात दिन के अंदर लगाए जाते हैं।

जन्म से छह सप्ताह में लगने वाले टीके
बच्चों को सेहतमंद बनाए रखने के लिए डीपीटी (Diphtheria, Tetanus & Pertussis), ओरल पोलियो, हेपेटाइटिस सी, निमोकोकल और रोटावायरस वैक्सीन लगवाना जरूरी है। ये टीके जन्म से 10वें और 14वें हफ्ते में लगाए जाते हैं। इनसे कुछ खास बीमारियों से रिकवरी आसान हो जाती है। नौवें महीने में खसरा, दसवें और बारहवें महीने में टायफाइड वैक्सीन लगवाना जरूरी है। बारहवें महीने में हेपेटाइटिस-ए की वैक्सीन लगती है। 15वें महीने के आसपास चिकनपॉक्स और एमएमआर (Measles, Mumps, and Rubella) वैक्सीन लगवाना जरूरी होता है।

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डेढ़ साल में डीपीटी बूस्टर की दरकार
बच्चा जब डेढ़ साल का होता है, तब डीपीटी बूस्टर लगवाना जरूरी होता है। इसके अलावा निमानिया वैक्सीन बूस्टर भी लगवाना जरूरी है। यही सब बूस्टर चार से छह साल में बच्चों को एक बार फिर दिए जाते हैं। इनसे बच्चों में बीमारियों के प्रति इम्युनिटी बढ़ाने में मदद मिलती है। साथ ही टीबी, खसरा, दिमागी बुखार, निमोनिया, दस्त जैसी बीमारियों से बचाव होता है।

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