वर्ल्ड नो टोबैको डे पर VPCI ने जारी किए आंकड़े, मादक पदार्थों का सेवन करने वाले 72% ऐसे जिनकी कोई फैमिली हिस्ट्री नहीं!
वर्ल्ड नो टोबैको डे के अवसर पर नई दिल्ली स्थित वल्लभभाई पटेल चेस्ट इंस्टीट्यूट में एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया. इस अवसर पर दिल्ली विश्वविद्यालय के प्रोफेसर बालाराम पानी, बीजेपी नेता और सांसद मनोज तिवारी सहित कई प्रमुख लोगों ने हिस्सा लिया. इस दौरान "द क्विन लाइन" फिल्म की स्क्रीनिंग भी की गई.
"द क्विन लाइन" फिल्म में बताया गया कि कैसे क्विन लाइन सर्विस की मदद से लोग सिगरेट और तंबाकू को छोड़ सकते हैं. इस फिल्म का निर्माण नारगी डिजिटल एक्शन फिल्म प्रोडक्शन हाउस ने किया है. यह फिल्म गोवा फिल्म फेस्टिवल का भी हिस्सा होगी.
इस दौरान एक रिपोर्ट भी साझा की गई. इसमें बताया कि टोल फ्री नंबर 1800112356 पर बात कर लोग तंबाकू सिगरेट आदत को कैसे छुड़ा सकते हैं इसकी मदद ले सकते हैं. इस नंबर पर बात कर काउंसिलिंग के जरिए तंबाकू सिगरेट की आदत को छुड़ाया जाता है.
संस्थान के निदेशक ने बताया कि, हम हर दिन हजारों फोन आते हैं. हमारे काउंसलर्स फोन पर बात कर तंबाकू छोड़ने के लिए काउंसिलिंग करते हैं. इनमें अधिकतर फोन राजस्थान और उत्तर प्रदेश के होते हैं. इनमें 72 प्रतिशत लोग ऐसे हैं जिनकी इस मामले में कोई फैमिली हिस्ट्री नहीं है. जबकि 78 प्रतिशत लोग ऐसे हैं जिन्होंने पिछले 1 से दस वर्षों में मादक पदार्थों का सेवन शुरू किया है.
बता दें कि भारत सरकार के स्वास्थ्य और परिवारण कल्याण मंत्रालय, भारत सरकाकर द्वारा वित्त पोषित और दिल्ली विश्वविद्यालय द्वारा संचालित वल्लभभाई पटेल चेस्ट इंस्टीट्यूट छाती के रोगों के अध्ययन के लिए दुनियाभर में मशहूर है. इसके अलावा यहां रेस्पीरेटरी, एलर्जी, अस्थमा, एयर पोलूशन के साथ-साथ राष्ट्रीय तंबाकू नियंत्रण पर राष्ट्रीय स्तर पर काम किया जा रहा है.